Wednesday, June 24, 2009


सोचा था हमने हर एक से राब्ता रखना

कहाँ मुमकिन है मगर सबसे वास्ता रखना

किसकी अंजुमन में जाओ लेकर अपनी परेशानिया

आता कहाँ है अभी चेहरे पे झूठी मुस्काने रखना

बेहतर था वो अपने मकाँ में कैद रहे शायद

सीखा नही उन्होंने सबसे कलामे मोहब्बत रखना

वो रूबरू हो या अब पर्दों से ही नजरे इनायत करें

हमको आ गया अब उन्हें अपने दिल में बसाये रखना

मौसम बदल जाय खिज़ा भी कुबूल अब तो यारा

हमने सीख लिया कागजी फूलो को महकाए रखना

13 comments:

  1. "...........सीख लिया है कागजी फूलों को महकाए रखना " बहुत उम्दा लिखा है । हम भी आज कल इसी दौर से गुजर रहे है । स्वागत है आपका भी इस ब्लॉग की दुनिया में

    ReplyDelete
  2. वो रूबरू हो या अब पर्दों से ही नजरे इनायत करें
    हमको आ गया अब उन्हें अपने दिल में बसाये रखना !


    मौसम बदल जाय खिज़ा भी कुबूल अब तो यारा
    हमने सीख लिया कागजी फूलो को महकाए रखना


    बेहतरीन रचना !!
    दिल को गहराईयों से स्पर्श करती हैं पंक्तियाँ !



    कृपया वर्ड वैरिफिकेशन की उबाऊ प्रक्रिया हटा दें !
    लगता है कि शुभेच्छा का भी प्रमाण माँगा जा रहा है।
    इसकी वजह से प्रतिक्रिया देने में अनावश्यक परेशानी होती है !

    तरीका :-
    डेशबोर्ड > सेटिंग > कमेंट्स > शो वर्ड वैरिफिकेशन फार कमेंट्स > सेलेक्ट नो > सेव सेटिंग्स



    आज की आवाज

    ReplyDelete
  3. bahut hi khoobsurat .badhai ho .blog pe swagat hai .

    ReplyDelete
  4. pahli pankti men jo raaftaa likha hai uskee jagah sahee shabd hai raabtaa
    pls correct it

    ReplyDelete
  5. bahut bahut sukriya sarwat ji .aapne meri rachna padi or use sudhara bhi hame bahut khusi ho rahi hai

    ReplyDelete
  6. सब शेर आपके नाम की तरह ही महक फैला रहे हैं
    सुगन्धित सुवासित, यही खुशबू हर बार बिखरेगी ऐसी उम्मीद जगह बैठा हूँ, बहुत बधाई अच्छे लेखन की.

    ReplyDelete
  7. rachna main ek ahsaas sa hai ,jo dil ko chuta hai ,likha appne anubhuti auron ki bhi yahi rahi ho sakti hai ,mubaarak aapka aana yun blog pe chchaa jaana -ek gazal kuch aisi ho ,bilkul tere jaisi ho..veerubhai194.blogspot.com

    ReplyDelete
  8. zabardast......shaandaar rachna !

    badhaai !

    ReplyDelete
  9. हिंदी भाषा को इन्टरनेट जगत मे लोकप्रिय करने के लिए आपका साधुवाद |

    ReplyDelete
  10. सुन्‍दर। शुभकामनाएँ।

    ReplyDelete
  11. बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

    ReplyDelete